बुधवार, 29 दिसंबर 2010

कारवां



फुरकत की शाम , दिल की उदासी , तुम्हारी याद !
    तन्हाई मै भी कितना बड़ा कारवां हैं हम !!

2 टिप्‍पणियां:

Kailash Sharma ने कहा…

बहुत भावपूर्ण प्रस्तुति..

Kailash Sharma ने कहा…

बहुत भावपूर्ण प्रस्तुति..