रामायण के रचनाकाल के सम्बन्ध में विद्वानों में मतभेद हैं | मर्यादा - पुरुष के रूप में राम वैदिक परम्परा में तो विख्यात हैं हीं , इसके साथ जैन तथा बोद्ध परम्पराओं में भी उन्हें स्थान दिया गया हे | लोक में राम की प्रसिद्धी बहुत प्राचीन है | विंटरनित्स का विचार है की रामायण का मूल स्वरूप ईसा पूर्व चोथी शताब्दी में तैयार हुआ तथा इसका अंतिम स्वरुप दूसरी शताब्दी ईस्वी के लगभग निश्चित हुआ | कुछ विद्वान उत्तर काण्ड को तथा बालकाण्ड के कुछ हिस्सों को वाल्मीकिकृत न मानकर प्रक्षिप्त बताते हैं | जर्मन विद्वान याकोबी मूल रामायण में पांच ही काण्ड स्वीकारते है - अयोध्या से लेकर उत्तरकाण्ड तक | जो हो , रामायण के उपलब्ध वर्तमान स्वरुप का कथा विन्यास शिथिल या अस्त - व्यस्त नहीं है | रामायण के श्लोकों की कुल संख्या चौबीस हज़ार है जिससे इसे ' चतुर्विंशति सहस्त्री सहिंता ' कहते है | ' रामायण ' में प्रायेह अनुष्टुप छंद का व्यवहार हुआ है | वाल्मीकि इस छंद के आविष्कारक माने जाते हैं | रामायण का पाठ कई रूपों में मिलता है | आजकल इसके तीन पाठ प्रचलित हैं | दक्षिणात्य पाठ , गोंडीय पाठ तथा पश्चिमोत्तरीय पाठ |
शनिवार, 19 फ़रवरी 2011
रामायण
शुक्रवार, 18 फ़रवरी 2011
होंसलों की उड़ान
आप कुछ भी कर पाने मे सक्षम हैं ,
फिर चाहे वो आपकी सोच हो ,
आपका जीवन हो आपके सपने
हों सब सच हो सकते हैं |
आप जो चाहे वह कर सकते हैं |
आप इस अन्नत ब्रह्मांड की तरह
ही अनंत संभावनाओं से परिपूर्ण हैं |
बुधवार, 16 फ़रवरी 2011
मोहब्बत
दिल की किताब मैं गुलाब उनका था ,
रात की नींद मै भी ख्वाब उनका था ,
कितना प्यार करते हो जब हमने पूछा ,
मर जायेंगे तुम्हारे बिना ये जवाब उनका था |
सोमवार, 14 फ़रवरी 2011
यैस ( हाँ )
हम ना कहना चाहतें हैं और फिर उसे सिद्ध करने के लिए
प्रमाण जुटाते हैं , कारण इकट्ठा करते हैं _ यही तर्क का खेल
होता है |
यैस ( हाँ ) कभी तार्किक मन को आकर्षित नहीं करता ,
वह केवल हृदय को आकर्षित करता है | और अन्तत: केवल
हृदय जीतता है , यैस जीतता है _ तर्क कभी नहीं |
रविवार, 13 फ़रवरी 2011
समर्पण का ही दूसरा नाम प्यार
प्रेम में एसी क्या कठिनाई है की लोग गहरे उतर ही नहीं पाते ?
शायद कठिनाई है ... खुद का अहंकार |
मनुष्य की पूरी शिक्षा और संस्कृति अहंकार को मजबूत
करती है , समाज भी अहंकार का पोषण करता है और
फिर जब व्यक्ति यह घना अंधकार लेकर प्रेम के जगत
में प्रवेश करता है तो सम्भवत: फेल हो जाता है |
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