शनिवार, 5 फ़रवरी 2011

प्यार

   
 मोह के साथ जीना मुश्किल होता है , 
   लेकिन मोह के बगैर भी जीना 
        आसान नहीं होता !

मंगलवार, 1 फ़रवरी 2011

मनुष्य की स्मृति

मनुष्य की स्मृति  अदभुत , मगर भ्रामक उपकरण होती है !
हमारे अन्दर रहने वाली समृति न तो पत्थर पर उकेरी गई 
कोई पंक्ति है और न ही एसी की समय गुजरने के बाद धुल 
जाये , लेकिन अक्सर वो बदल जाती है , या कई बाहरी
आकृति के साथ मिलकर बढ जाती है ! 

सोमवार, 31 जनवरी 2011

शोर



क्या करेगा प्यार वो ईमान को ,
              क्या करेगा प्यार वो भगवान को !
जन्म लेकर गोद मै इन्सान की ,
             कर न पाया प्यार जो भगवान को !