तर्क का उद्देश्य केवल तार्किक ढंग से ना कहना होता है |
हम ना कहना चाहतें हैं और फिर उसे सिद्ध करने के लिए
प्रमाण जुटाते हैं , कारण इकट्ठा करते हैं _ यही तर्क का खेल
होता है |
यैस ( हाँ ) कभी तार्किक मन को आकर्षित नहीं करता ,
वह केवल हृदय को आकर्षित करता है | और अन्तत: केवल
हृदय जीतता है , यैस जीतता है _ तर्क कभी नहीं |
5 टिप्पणियां:
सटीक बात.....
बहुत सही ।
बहुत सही ।
वैलेंटाईन डे की हार्दिक शुभकामनायें !
बहुत सही लिखा आपने
आभार ।
कम शब्दों में बड़ी बात ...सुंदर
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