बुधवार, 26 जनवरी 2011

विश्वास


butterfly

ज़माने से जो डरते हैं वो बेकार होते हैं !
बदल देते हैं जो माहोल वो खुद्दार होते हैं !!
हजारो डूबते हैं नाखुदा के भरोसे पर !
चलाते  हैं जो खुद चप्पू वो अक्सर पार होते हैं !!  

9 टिप्‍पणियां:

Rajesh Kumar 'Nachiketa' ने कहा…

जबरदस्त....अपने आप काम करने वाला कभी असफल नहीं हो सकता.
मुझे प्रोत्साहन देने के लिए धन्यवाद...
आपको भी गणतंत्र दिवस की ढेरों शुभकामना....
राजेश

Mithilesh dubey ने कहा…

बहुत सही लिखा है आपने बहुत खूब ।

Kailash Sharma ने कहा…

बहुत प्रेरक...बहुत सुन्दर

Kunwar Kusumesh ने कहा…

सही कहा आपने.

zakir ने कहा…

बिल्कुल सही बात है..........................

Patali-The-Village ने कहा…

बहुत प्रेरक व सुन्दर रचना| धन्यवाद|

Minakshi Pant ने कहा…

shukriya dosto

मनोज कुमार ने कहा…

बहुत ही प्रेरक पंक्तियां हैं।
हो इरादों में हक़ीक़त,हौसलों में ज़लज़ला।
आसमां झुककर तुम्हारे पांव तक आ जायेगा,
देख लेना क़िनारा, नाव तक आ जायेगा।

दिगम्बर नासवा ने कहा…

वाह ... क्या कमाल का शेर है ... चलाते हैं जो खुद च्पू .... सच कहा ...