सोमवार, 14 फ़रवरी 2011

यैस ( हाँ )

तर्क का उद्देश्य केवल तार्किक ढंग से ना कहना होता है |
हम ना कहना चाहतें हैं और फिर उसे सिद्ध करने के लिए 
प्रमाण जुटाते हैं , कारण इकट्ठा करते हैं _ यही तर्क का खेल 
होता है |
यैस ( हाँ ) कभी तार्किक मन को आकर्षित नहीं करता ,
वह केवल हृदय को आकर्षित करता है | और अन्तत: केवल 
हृदय जीतता है , यैस जीतता है _ तर्क कभी नहीं |

5 टिप्‍पणियां:

Bharat Bhushan ने कहा…

सटीक बात.....

सदा ने कहा…

बहुत सही ।

संजय भास्‍कर ने कहा…

बहुत सही ।
वैलेंटाईन डे की हार्दिक शुभकामनायें !

ZEAL ने कहा…

बहुत सही लिखा आपने
आभार ।

केवल राम ने कहा…

कम शब्दों में बड़ी बात ...सुंदर